- सिंधु सभ्यता के बाद वैदिक काल अस्तित्व में आई, इसे हम ऋग्वेदिक काल और उत्तर वैदिक काल के रूप में बाँट सकते है|
- ऋग्वेदिक काल को 1500 ई० पु० से 1000 ई० पु० माना जाता है, तथा 1000 ई० पू० से 500 ई० पु० तक के काल को उत्तर वैदिक काल माना जाता है|
- वैदिक काल की विशेषता वैदिक साहित्य में जिसमे वेद, ब्राहमण, उपनिषद तथा आरण्यक प्रमुख है|
- वेद चार है ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्वेद|
- वेदों को समझने के लिए ब्राहमण लिखे गये, ऋग्वेद के लिए ऐतरेय ब्राह्मण तथा कौषीतकी ब्राहमण, यजुर्वेद के लिए शतपथ ब्राहमण, सामवेद के लिए पंचविश ब्राहमण और अथर्वेद के लिए गोपथ ब्राहमण|
- ऋग्वेद के ब्राहमण ग्रन्थ होतृ, यजुर्वेद के ब्राहमण ग्रन्थ अध्वर्यु तथा सामवेद के ब्राहमण उद्गातृ से सम्बंधित है|
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